भूख, गरीबी, चोरी है, बीमारी है
विश्व गुरु बनने की हर तैयारी है
रोजगार के ओछे मुद्दे मत छेंड़ो
विकसित होने की जड़ ही बेकारी है
भूंख लगी है? सबको बोलो सब्र करें
जल्दी वादा बंटने की तैयारी है
लालकिला, स्टेशन, अड्डे बेंच दिए
खाली नेता बचा यहां सरकारी है
रामराज्य तो एक दिन में ले आएंगे
पहले रावण लाने की तैयारी है
जो भी सत्ता में आता है खाता है
इसमे क्या? इस बार तुम्हारी बारी है
कुछ भक्तों का अक्सर ऐसा लगता है
मुझको उल्टा दिखने की बीमारी है
अनुराग सिंह "ऋषी"
चित्र: गूगल से साभार
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